दिल्ली में बसपा के सभी 6 एमएलए ने ली कांग्रेस की सदस्यता, मंत्री पर हमला



  • सोनिया से सिर्फ मुलाकात, फिर दाे विधायकाें ने खोला भरतपुर कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा

  • एक विधायक राजेंद्र गुढा ने तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग काे बेचारा कह दिया


जयपुर. बसपा से कांग्रेस में 17 सितंबर 2019 काे शामिल हुए छह विधायकाें ने शुक्रवार काे नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की आधिकारिक सदस्यता ली। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की उपस्थिति में सदस्या फार्म भरा। इन विधायकाें ने कांग्रेस अध्यक्ष साेनिया गांधी से भी अाैपचारिक मुलाकात की। उधर कांग्रेस में एंट्री हाेने के तुरंत बाद विधायकाें ने अपने तैवर दिखाए।



दाे विधायकाें ने ब्यूरोक्रेसी पर सवाल खड़े किए जबकि एक विधायक राजेंद्र गुढा ने तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग काे बेचारा कह दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद नदबई से विधायक जोगिंदर अवाना और नगर से विधायक वाजिब अली ने भरतपुर कलेक्टर नथमल डिडेल के खिलाफ मोर्चा खाेला। अवाना ने कहा कि टोल टैक्स पर अवैध वसूली की शिकायत कलेक्टर नथमल डिडेल और आरटीओ को दी थी, लेकिन कार्रवाई करने की बजाय शिकायत को ही कलेक्टर की और से झूठा करार दे दिया गया। 


जॉइनिंग डेट 17 सितंबर रखी गई 
विधायकों ने पिछले वर्ष 17 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया था। उस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने इनकी ज्वॉइनिंग प्रकरण से दूरी बना ली थी। जिसके चलते इनकी आधिकारिक ज्वॉइनिंग नहीं हो पाई थी। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस मुख्यालय में विधायकों से सदस्यता फॉर्म भरवाया गया और अविनाश पांडे ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। पांडे ने बताया कि बसपा के विधायकों ने 17 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष की सहमति के बाद पार्टी में शामिल होने का फैसला किया था। विधायकों ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर पार्टी की नीतियों में बिना किसी शर्त समर्थन देने का वायदा किया है।


गुढ़ा ने गर्ग को बेचारा बताया, फिर बाेले-बेइज्जती इरादा नहीं 


बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों को सोनिया गांधी से मिलाने के लिए राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के लाने के सवाल पर उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि वाे बेचारे किस हैसियत से हमे लाते, वाे खुद ही अजीत िसंह की पार्टी अारएलडी के विधायक है। माहाैल बनाया जा रहा था कि सुभाष गर्ग विधायकाें काे लेकर दिल्ली गए थे, जबकि एेसा नहीं था। वाे खुद इत्तेफाक से राजस्थान हाउस मिले थे। एेसे में मैंने स्थिति स्पष्ट की कि गर्ग खुद अारएलडी के विधायक है। उस बेचारे काे इस मामले में क्याें घसीट रहे हो।